QUOTES for WOMEN

QUOTES for WOMEN

“Because I am a woman, I must make unusual efforts to succeed.

 If I fail, no one will say, She doesn’t have what it takes.

 They will say, Women don’t have what it takes.”

“Women marry men hoping they will change. Men marry women hoping they will not. So each is inevitably disappointed.”

 

“Ah, women. They make the highs higher and the lows more frequent.”

 

“A woman should soften but not weaken a man.”

 

“Women speak two languages – one of which is verbal.”

 

“Woman begins by resisting a man’s advances and ends up blocking his retreat.”

 

“Anyone who says he can see through women is missing a lot.”

 

“Even the wisest men make fools of themselves about women,

 and even the most foolish women are wise about man”

लाख करोड़ का एक सवाल

लाख करोड़ का सवाल है … भारतीय गरीब है लेकिन भारत देश कभी गरीब नहीं रहा”* ये कहना है स्विस बैंक के डाइरेक्टर का. स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने यह भी कहा है कि भारत का लगभग 280 लाख करोड़ रुपये उनके स्विस बैंक में जमा है. ये रकम इतनी है कि भारत का आने वाले 30 सालों का बजट बिना टैक्स के बनाया जा सकता है. या यूँ कहें कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए जा सकते है. या यूँ भी कह सकते है कि भारत के किसी भी गाँव से दिल्ली तक 4 लेन रोड बनाया जा सकता है. ऐसा भी कह सकते है कि 500 से ज्यादा सामाजिक प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते है. ये रकम इतनी ज्यादा है कि अगर हर भारतीय को 2000 रुपये हर महीने भी दिए जाये तो 60 साल तक ख़त्म ना हो. यानी भारत को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने कि कोई जरुरत नहीं है. जरा सोचिये … हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे देश को लूटा है और ये लूट का सिलसिला अभी तक 2011 तक जारी है. इस सिलसिले को अब रोकना बहुत ज्यादा जरूरी हो गया है. अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब 200 सालो तक राज करके करीब 1 लाख करोड़ रुपये लूटा. मगर आजादी के केवल 64 सालों में हमारे भ्रस्टाचार ने 280 लाख करोड़ लूटा है. एक तरफ 200 साल में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ केवल 64 सालों में 280 लाख करोड़ है. यानि हर साल लगभग 4.37 लाख करोड़, या हर महीने करीब 36 हजार करोड़ भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में इन भ्रष्ट लोगों द्वारा जमा करवाई गई है. भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन की कोई दरकार नहीं है. सोचो की कितना पैसा हमारे भ्रष्ट राजनेताओं और उच्च अधिकारीयों ने ब्लाक करके रखा हुआ है. हमे भ्रस्ट राजनेताओं और भ्रष्ट अधिकारीयों के खिलाफ जाने का पूर्ण अधिकार है.हाल ही में हुवे घोटालों का आप सभी को पता ही है – CWG घोटाला, २ जी स्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श होउसिंग घोटाला … और ना जाने कौन कौन से घोटाले अभी उजागर होने वाले है ……..आप लोग जोक्स फॉरवर्ड करते ही हो. इसे भी इतना फॉरवर्ड करो की पूरा भारत इसे पढ़े … और एक आन्दोलन बन जाये .

no more eve teasing

इलाहाबाद हाई कोर्ट ने लड़कियों के पक्ष में एक अच्छा कदम उठाते हुवे ईव TEASING जैसे मामलो में सक्त दंड की सिफारिश की है .सिफारिश के तहत कहा गया है इसे नॉन बेलेबल बनाया जाये ताकि सिरफरे आशिको के नकेल कासी कसी जा सके …नेशनल क्राइम ब्रांच के हाल के आक्रोड़ो पर नज़र डाले तो अजीब नतीजे सामने आयेंगे . नॉर्थ इंडिया में हाल वर्षो में छेड़खानी के मामले अचानक बढ़ गए हैं . इसके बाद दिल्ली का नंबर आता है. अधिकतर मामलो में समाज और लाज शर्म के डर से गर्ल अपनी complain पुलिस तक ले जाने में घबराती हैं .

अगर complain पुलिस तक ले भी है तो अब तक के मोजूदा कानून में छेड़खानी को लेकर आसान से सज़ा का ही कानून है . इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ईव TEASING को काफी सगीन मानते हुवे केंद्र सरकार से इसके लिए कड़ी सज़ा की सिफारिश की है और नॉन बेलेबल करने का सुझाव दिया है . यह सही है कि इव teasing को लेकर भविष में कड़ी सज़ा का कानून होता है तो इससे लड़कियों का मनोबल बढेगा और छेड़खानी करने वालो में भी डर बैठेगा , लेकिन कहीं इसके भी साइड एफ्फेक्ट देखने को न मिल जाये इसका भी ध्यान रखना होगा .

married women के welfair के लिए इसी तरह का एक कानून dowry एक्ट (दहेज़ कानून ) है .इसके तहत भी अगर महिला complain कर देती है तो बिना किसी execuse के पति और उसके साथ जिन लोगो के नाम complain हैं उन्हें अरेस्ट कर लिया जाता है .इस कानून का उपयोग तो हुवा ही दुरूपयोग भी कम नहीं हुवा है .ऐसी हालत में इलाहाबाद हाई कोर्ट का कदम सराहनीय है .इसका welcome भी किया जाना चाहिए लेकिन साथ ही इसके तमाम तरह के साइड एफ्फेक्ट के बारे में भी सोचे जाने कि जरूरत है ताकि भविष में इस कानून के misuse को लेकर कोई बहस न उठ खड़ी हो …….sumbul

wrong in society

eve teasing

eve teasing by uncle

लड़की बचाओ इज्ज़त बचाओ

सदी के महा नायक कहे जाने वाले बिग बी याने अमिताभ बच्चन ने लड़कियों को बराबरी का दर्जा देने की वकालत की है. उन्होंने यह तर्क दिया कि बेटियां बेशक पराया धन हैं लेकिन उनकी परवरिश और उनके करियर को लेकर पैरेंट्स में वही चिन्ता होनी चाहिए ,जो बेटे को लेकर होती है . उन्होंने अपनी बेटी श्वेता के बारे में भी यही कहा कि उन्होंने अभिषेक और श्वेता में कोई फर्क नहीं समझा और दोनों को एक जैसा प्यार दिया है . बिग बी कि यह वकालत अच्छी बात है .
वैसे बदलते वक़्त में अब बेटी और बेटे में कोई ज्यादा फर्क नहीं किया जा रहा है बल्कि हजारो एक्साम्पल ऐसे हैं जहा बेटों से बढकर बेटियां हैं पैरेंट्स भी सीना तानकर बोलते हैं उनकी बेटी बेमिसाल है .यह फर्क सिर्फ उसी समाज में बचा है , जहाँ गरीबी अधीक हो … बेटियों का महत्व बढ़ रहा है इसका अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है है कि तमाम लोग ऐसे हैं , जिनकी एक मात्र संतान बेटी है . दो बेटी वाले फॅमिली भी काफी ज्यादा हैं . इसलिये अब बेटा और बेटी जैसी बहस आ गयी . लेकिन एक और बड़ा सवाल “सुरसा” कि तरहा मुह फैला खड़ा पड़ा ही , उसका जवाब सोसाइटी को देना ही होगा . पैरेंट्स के लिए जहाँ बेटा और बेटी का फर्क घटता जा रहा है , वहीँ सोसाइटी की मेंटालिटी में यह डिस्टेंस बढ़ने लगी है . अगर ऐसा न होता तो शायद इतनी तेज़ी से लडकिया के साथ क्राइम की वारदाते न ज्यादा होतीं ..पिछले दस साल के क्राइम ग्राफ में लड़कियां -महिलाओं के साथ रेप ,मर्डर , तेज़ाब से जलाने जैसी घटनायो का इजाफा हुआ है .
जितनी तेज़ी से लड़कियों की सोच बदल रही है उतने ही तेज़ी से उन पर होने वाले अपराधो की शक्ल भी बदल रहे है . कभी पुलिस स्टेशन में , तो कभी नेता जी के बंगले पैर और कभी भरे बाज़ार से उठाकर लड़की के साथ रेप किया जा रहा है इतना ही नहीं उसकी आवाज़ को भी हमेशा के लिए खामोश किया जा रहा है . ज़रूरत है तो सोसाइटी की लड़कियों के प्रति इसी कूर सोच को बदलने की है . बेटा-बेटी के बीच तो फर्क का घट ही गया है क्या युवक और युवती के बीच का अंतर भी घट पायेगा .
इन सवालों के उत्तर के लिए बिग बी ही नहीं सोसाइटी के तमाम महानायक को सामने होगा और पहल करनी होगी to save girl to save honour

 

hath ki lakeere

Hath ki Lakeere
yeh hath ki lakeere bahot hi khubsurat hote hai
yeh samjhne k liye maine yeh lakeere bahot loogo ko dekhaye
kisse ne kuch kaha to kisse ne kuch kaha
kisne yaha tak keh diya ki aapke 12 bacche honge tab se maine yeh lakeere dekhana chhod diya
aaj kal maine ispe research karna start kar diya
dekhte hun to sochte hun ki yeh kya hai
mujhe to yeh kise raaste ki taraha lagteen hain jo left me to koi right me jaa raheen hai

koi to mood ki taraha lagte hai, jo seeda jate jate ek jagah mode jaa rahe hai.
jiske hath ki lakeer neeche se upper tak jate hai vo kehta ki uske umar lambe hote hai
kismat acche hotee hai per mujhe nahe lagta
kismat lakeeroo se nahe hatho se bante hai jitna kaam karoguy utne hi kismat banege
yeh baat to saaree saint or saaree guru bolte hain ki hath se kismat badalte hai na ki lakeero se
yaha tak aap dua k liye hath uthaoge kiske kismat badal jate hai upper vala uske awaaz sunega
per vo awaaz dil se hone chahhiyeh………………………………..
per baat yeh hai ki yeh lakeere humse kya kehte hain
agar hum guru logo ki baat kareen to -ek lakeer aapki zindagi batate hain per kaise zindagi or maut dono upper vale k hath me hain
ek lakeer yeh batate hain ki aapke kitne bacche honge, yeh main kaise maan loon jab mujhe kisene yeh kaha tha ki mere 12 bacche honge, iss zamane me 12 bacche mujhe koi IPL TEAM nahe banani to fir main kaise yakeen kar loon ki mere kitne bacche honge………………………..
ab ek or baat dimaag me aate hai ki humara thumb yeh batata hai ki humare life partner ka naam ka phela akshar uspe likha hota per aisa hai kya . shayad hota ho per main jab apna thumb dekhte hun to mujhe kabhi h , m, a ya fir kabhi k dekhta hai yeh to ho nahe sakta ki main alag alag insaan se shaadi karoon kyunki mere liye sirf ek insaan bana jo mera hoga per abhi mujhe mila nahe hai
shayad yeh bhi meri lakeero me likha hoo ki muhe kab mile
kash main usse na mille hotee shayad yeh baat bhi mere hatho ki lakeero me likhe te
milna or mill k bechad jana
“Ek Chand Bheegi Raat Me Dekha Nahi Gaya
Hai Jeet Kia Ye Maat Me Dekha Nahi Gaya
Dil Khil Utha Tha Usko Dekh Kar Mera
Lekin Raqeeb Sath Me Dekha Nahi Gaya
Dekhein Bohat Say Dushman Dewaar Ke Parey
Ek Dost Apni Ghaat Me Dekha Nahi Gaya
Jis Ke Liye Hai Pyar Mere Dil Me Pe`Banah
Koi Aur Uski Zaat Me Dekha Nahi Gaya
Maana Ke Aayan Zabt Kiya Tha Bohat Magar
Wo Haath Kisi Haath Me Dekha Nahi Gaya” sumbul
yeh uske liye hai jo mere hath ki lakeer nahe ban paya.. koi kehta hai na ki hath ki lakeer zindagi hote hai per meri zindagi to vo hai toh lakeer bhi vohi……
ab to bus intezaar hai uskey or meri lakeer milna ka
raaz ab bhi koi baki hai in lakeero ka na jane kya likha hai in lakeero me…sumbul